शिलाजीत के फायदे, पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए

शिलाजीत के फायदे, पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए

शिलाजीत क्या है? (What is Shilajit?)

शिलाजीत एक प्राकृतिक पदार्थ है जो हिमालय जैसी ऊँची चट्टानों से निकलता है। यह लाखों साल पुराने पौधों और जीवों के अपघटन से बना एक खनिज-समृद्ध पदार्थ है। आयुर्वेद में इसे “रसायन” (Rejuvenator) माना जाता है और इसे ऊर्जा, यौवन और दीर्घायु का एक शक्तिशाली टॉनिक कहा जाता है।

सामान्य फायदे (General Benefits for All)

शिलाजीत सभी के लिए समान रूप से लाभकारी है, चाहे पुरुष हो या महिला।

  1. ऊर्जा और सहनशक्ति बढ़ाए: यह शरीर की कोशिकाओं में ऊर्जा उत्पादन (ATP production) को बढ़ावा देता है, जिससे थकान कम होती है और सहनशक्ति बढ़ती है।
  2. प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत करे: इसमें मौजूद फुल्विक एसिड और खनिज शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।
  3. सूजन कम करे (Anti-inflammatory): इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जोड़ों के दर्द और सूजन (Arthritis) में राहत देने में मददगार हैं।
  4. मस्तिष्क के लिए लाभकारी (Cognitive Health): यह याददाश्त, एकाग्रता और मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। इसे अल्जाइमर जैसी बीमारियों में भी फायदेमंद माना जाता है।
  5. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर: यह शरीर से हानिकारक फ्री रेडिकल्स को दूर करके सेल्स की क्षति को रोकता है और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करता है।
  6. शरीर को डिटॉक्सीफाई करे: फुल्विक एसिड शरीर से भारी धातुओं और toxins को बाहर निकालने में मदद करता है।

पुरुषों के लिए विशेष फायदे (Specific Benefits for Men)

  1. टेस्टोस्टेरोन स्तर बढ़ाए: शिलाजीत पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के स्तर को प्राकृतिक रूप से बढ़ाने के लिए सबसे प्रसिद्ध है। यह reproductive health के लिए बहुत फायदेमंद है।
  2. पुरुष प्रजनन क्षमता बेहतर करे: यह शुक्राणुओं की गुणवत्ता, गतिशीलता (sperm motility) और संख्या बढ़ाने में मदद करता है।
  3. यौन स्वास्थ्य में सुधार: यह नपुंसकता (Erectile Dysfunction – ED) और शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) जैसी समस्याओं में काफी प्रभावी माना जाता है। यह यौन इच्छा (Libido) भी बढ़ाता है।
  4. मांसपेशियों की वृद्धि और ताकत: टेस्टोस्टेरोन बढ़ने से मांसपेशियों का निर्माण, strength और exercise performance में सुधार होता है।

महिलाओं के लिए विशेष फायदे (Specific Benefits for Women)

  1. हार्मोनल संतुलन: शिलाजीत महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन को ठीक करने में मदद कर सकता है, खासकर थायरॉयड समस्याओं में।
  2. एनीमिया से बचाव: इसमें आयरन और other minerals की भरपूर मात्रा होती है, जो खून की कमी (Anemia) को दूर करने में सहायक है।
  3. हड्डियों की मजबूती (Bone Health): महिलाओं में Osteoporosis (हड्डियों का कमजोर होना) का खतरा अधिक होता है। शिलाजीत में कैल्शियम और magnesium जैसे minerals हड्डियों के density को बनाए रखने में मदद करते हैं।
  4. त्वचा और बालों के लिए: इसके एंटी-एजिंग और एंटीऑक्सीडेंट गुण झुर्रियों को कम करते हैं और त्वचा में चमक लाते हैं। यह बालों के झड़ने की समस्या को भी कम कर सकता है।
  5. PCOS और Fertility: कुछ अध्ययनों में यह PCOS (पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) के लक्षणों को कम करने और fertility बढ़ाने में मददगार पाया गया है।

आयुर्वेदिक टिप्स और उपयोग का तरीका (Ayurvedic Tips & How to Use)

शुद्ध शिलाजीत लें: हमेशा शुद्ध और अच्छी क्वालिटी का शिलाजीत ही खरीदें। बाजार में मिलावटी products बिकते हैं। किसी विश्वसनीय ब्रांड या आयुर्वेदिक store से ही लें।

  1. सही तरीका से घोलें: एक चुटकी (लगभग ¼ छोटा चम्मच या एक चावल के दाने के बराबर) शिलाजीत लें और इसे गुनगुने दूध या गुनगुने पानी में अच्छी तरह घोल लें। इसे खाली पेट सुबह या शाम लेना सबसे अच्छा होता है।
  2. डोज (मात्रा): शुरुआत बहुत कम मात्रा (एक चावल के दाने के बराबर) से करें और फिर धीरे-धीरे मात्रा बढ़ाएं। एक दिन में 300-500 mg से अधिक न लें।
  3. किसके साथ लें?
    • दूध के साथ: सबसे अच्छा और पारंपरिक तरीका है। यह शरीर में इसके अवशोषण (absorption) को बेहतर बनाता है।
    • शहद के साथ: वजन कम करने और energy के लिए शिलाजीत को शहद के साथ लिया जा सकता है।
    • पानी के साथ: सबसे आसान तरीका है।
  4. किन्हें नहीं लेना चाहिए? (Contraindications)
    • गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं
    • Sickle Cell Anemia के मरीज
    • बहुत Low Blood Pressure वाले लोग
    • किसी गंभीर बीमारी (जैसे दिल की बीमारी, किडनी की बीमारी) से पीड़ित लोग डॉक्टर की सलाह के बिना न लें।

सबसे महत्वपूर्ण सलाह: शिलाजीत एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक औषधि है। इसे लेने से पहले किसी योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक (Ayurvedic Practitioner) या अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें। वे आपकी प्रकृति (दोष) और स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार सही dosage और तरीका बता सकते हैं।

Translate »